“सांवरिया कर दो बेड़ा पार लिरिक्स” भजन के पूर्ण लिरिक्स, MP3 Download, और PDF फॉर्मेट में प्राप्त करें! अब आप इस भजन को कहीं भी, कभी भी अपने साथ रख सकते हैं और भगवान के प्रति अपनी भक्ति को गहरा कर सकते हैं। इस भजन के बोल न केवल दिल को छूने वाले हैं, बल्कि आपके जीवन में शांति और सुख भी ला सकते हैं। तो देर किस बात की? आज ही डाउनलोड करें और भगवान की शरण में समर्पण का अनुभव करें!
“सांवरिया कर दो बेड़ा पार” एक लोकप्रिय भजन है जो भगवान कृष्ण के प्रति भक्तों की अटूट श्रद्धा और विश्वास को दर्शाता है। यह भजन गहरे आध्यात्मिक भावों से भरा हुआ है और भक्त को जीवन के संघर्षों से पार पाने की प्रेरणा देता है। इसके सरल और प्रभावशाली शब्द हृदय को छू लेते हैं और भगवान के प्रति समर्पण का संदेश देते हैं।
सांवरिया कर दो बेड़ा पार भजन का परिचय
“सांवरिया कर दो बेड़ा पार” भक्ति साहित्य का एक अनमोल रत्न है। इसमें भगवान कृष्ण को “सांवरिया” कहकर पुकारा गया है, जो उनके श्याम रंग और मोहक रूप को संदर्भित करता है। इस भजन में एक भक्त अपने जीवन की समस्याओं और संकटों को भगवान के चरणों में अर्पित करता है और उनसे मार्गदर्शन की प्रार्थना करता है।
इस भजन को गाते समय भगवान कृष्ण की छवि हृदय में प्रकट होती है। यह भजन हर उम्र के व्यक्ति को आकर्षित करता है और उन्हें भक्ति की ओर प्रेरित करता है।
सांवरिया कर दो बेड़ा पार लिरिक्स
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
मैं तो बावरी दर-दर भटकू, कर दो ना उपकार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
आधी उमरिया बीती मेरी, चेहरे पर पड़ गई मेरे झुर्री
ना यो नकली लेप सुहावे, तेरे भवन की छाया है भावे,
तेरे दरस की मन में आवे, तेरे दरस की मन में आवे
ना करनो इनकार,
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
मैं तो तेरे चरणों में बैठी, आई हूं मैं चढ़ के यह सीढ़ी
लाई हूं मैं चोखा ये लिट्टी, संग में ल्याई खीर या मीठी
कदे ना चढ़ जा इस पर चींटी, कदे ना चढ़ जा इस पर चींटी
खाओ न गटकार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
मैं तो हूं तेरी ही दासी, ना हूं मैं कोई भोग अभिलाशी
तेरी भक्ति में भजन मैं गाऊ, तेर द्वार पर रोज ही आऊ
तेरे रूप ने रोज निहारू, तेरे रूप ने रोज निहारू
ना घालो रे कजरार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
भूल हुई तो मुझको बताओ, अच्छा मार्ग मुझको सुझाओ
कभी आप सपने में आओ, जाकर अपना रूप दिखाओ
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
Sanvariya Kar Do Beda Par Bhajan Lyrics in English
Sanvariya Kar Do Beda Par, Sanvariya Kar Do Beda Par
Main To Bavari Dar-Dar Bhataku, Kar Do Na Upkar
Sanvariya Kar Do Beda Paar, Sanvariya Kar Do Beda Paar
Adhi Umariya Biti Meri, Chehare Par Pad Gai Mere Jhuri
Na Yo Nakali Lep Suhave, Tere Bhavan Ki Chhaya Hai Bhave,
Tere Daras Ki Man Mein Aave, Tere Daras Ki Man Mein Aave
Na Karano Inakar,
Sanvariya Kar Do Beda Paar, Sanvariya Kar Do Beda Paar
Main To Tere Charanon Men Baithi, Aai Hun Main Chadh Ke Yah Sidhi
Lai Hun Main Chokha Ye Litti, Sang Men Lyai Kheer Yaa Mitthi
Kade Naa Chadh Jaa Is Par Chinti, Kade Naa Chadh Jaa Is Par Chinti
Khao N Gatkar
Sanvariya Kar Do Beda Paar, Sanvariya Kar Do Beda Paar
Main To Hun Teri Hi Dasi, Na Hun Main Koi Bhog Abhilashi
Teri Bhakti Mein Bhajan Main Gau, Ter Dvar Par Roj Hi Aau
Tere Rup Ne Roj Niharu, Tere Rup Ne Roj Niharu
Na Ghalo Re Kajarar
Sanvariya Kar Do Beda Paar, Sanvariya Kar Do Beda PaarBhul Hui To Mujhako Batao, Achcha Marg Mujhako Sujhao
Kabhi Aap Sapne Mein Aao, Jakar Apana Rup Dikhao
Sanvariya Kar Do Beda Paar, Sanvariya Kar Do Beda Paar
सांवरिया कर दो बेड़ा पार mp3 डाउनलोड
सांवरिया कर दो बेड़ा पार भजन के मुख्य भाव और अर्थ
“सांवरिया कर दो बेड़ा पार” का हर शब्द गहरे अर्थों से भरा हुआ है। इस भजन के माध्यम से भक्त अपने जीवन की कठिनाइयों से मुक्ति और शांति की प्रार्थना करता है।
भगवान का सहारा:
भजन हमें सिखाता है कि भगवान का नाम लेने से जीवन की हर समस्या का समाधान हो सकता है। जैसे नाविक अपनी नाव को पार लगाने के लिए सशक्त नाविक की सहायता लेता है, वैसे ही जीवन रूपी नैया को पार लगाने के लिए भगवान का सहारा लेना चाहिए।
समर्पण और विश्वास:
यह भजन समर्पण और विश्वास का प्रतीक है। इसमें व्यक्ति अपनी कमजोरियों को स्वीकार करते हुए भगवान को अपना मार्गदर्शक मानता है।
संकटों से मुक्ति:
जीवन में जब भी किसी संकट का सामना करना पड़े, तो भगवान की शरण में जाने से मन को शांति और समाधान मिलता है।
भजन के बोल और उनकी व्याख्या
भजन के बोल सरल लेकिन गहरे अर्थ वाले हैं। वे भक्त और भगवान के बीच के सच्चे रिश्ते को प्रकट करते हैं। हर पंक्ति में भगवान की महिमा और उनकी कृपा का वर्णन है।
उदाहरण:
“सांवरिया कर दो बेड़ा पार,
हम बेसहारा तेरे द्वार।”
इस पंक्ति में भक्त अपनी असहायता व्यक्त करते हुए भगवान से सहायता की प्रार्थना करता है। वह भगवान को अपने जीवन का उद्धारकर्ता मानता है।
“तुम बिन कौन सहारा दे,
संकट हरो, भवसागर तार।”
यह पंक्ति भगवान के प्रति अटूट विश्वास को दर्शाती है। भक्त कहता है कि उसके जीवन में भगवान के बिना कोई दूसरा सहारा नहीं है।
भजन का महत्व
“सांवरिया कर दो बेड़ा पार” न केवल एक भजन है, बल्कि जीवन के लिए एक प्रेरणा भी है। यह भजन हमें निम्नलिखित बातें सिखाता है:
आस्था और श्रद्धा:
भगवान के प्रति सच्ची श्रद्धा और आस्था रखने से जीवन में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना किया जा सकता है।
भक्ति का महत्व:
भजन हमें सिखाता है कि भगवान की भक्ति से मन की अशांति दूर होती है और आत्मा को शांति मिलती है।
समर्पण की भावना:
जीवन में समर्पण का महत्व बताते हुए यह भजन हमें प्रेरित करता है कि हमें अपने कष्टों को भगवान के चरणों में अर्पित करना चाहिए।
भजन गाने का सही समय
“सांवरिया कर दो बेड़ा पार” को दिन के किसी भी समय गाया जा सकता है, लेकिन इसे सुबह और शाम के समय गाना विशेष रूप से प्रभावशाली माना जाता है।
सुबह का समय:
दिन की शुरुआत भगवान के नाम से करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है और मन शांत रहता है।
शाम का समय:
दिनभर की थकान और चिंताओं को दूर करने के लिए यह भजन एक आदर्श साधन है।
भजन के लाभ
“सांवरिया कर दो बेड़ा पार” भजन गाने और सुनने से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
आत्मिक शांति:
यह भजन गुनगुनाने से मन को शांति और स्थिरता मिलती है।
सकारात्मकता:
भजन सुनने से नकारात्मक विचार दूर होते हैं और जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण आता है।
भक्ति और प्रेम:
यह भजन भगवान के प्रति भक्ति और प्रेम को बढ़ावा देता है।
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