“मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में” भजन के पूर्ण लिरिक्स, MP3 Download, और PDF फॉर्मेट में प्राप्त करें! अब आप इस भजन को कहीं भी, कभी भी अपने साथ रख सकते हैं और भगवान के प्रति अपनी भक्ति को गहरा कर सकते हैं। इस भजन के बोल न केवल दिल को छूने वाले हैं, बल्कि आपके जीवन में शांति और सुख भी ला सकते हैं। तो देर किस बात की? आज ही डाउनलोड करें और भगवान की शरण में समर्पण का अनुभव करें!
मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में लिरिक्स
मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में
बस मोहर लगा दो अपनी खड़ा इंतजार में,
मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में
बस मोहर लगा दो अपनी खड़ा इंतजार में,
इस अर्जी में लिखा है तू ध्यान से पढ़ ले,
तू ध्यान से पढ़ ले
कुछ छूट ना जाये बाबा मेरा मान तू रख ले,
मेरा मान तू रख ले,
मत करना बाबा देरी क्या सोच विचार मे,
बस मोहर लगा दो अपनी खड़ा इंतजार में….
मेरे रस्ते में सांवरिया, कांटे ही कांटे पड़े,
कांटे ही कांटे पड़े,
जब ये पैरो में चुभते मेरे आंसू निकल पड़े,
मेरे आंसू निकल पड़े,
फिर दिल से आह निकलती क्या कमी है प्यार में,
बस मोहर लगा दो अपनी खड़ा इंतजार में….
मत करना बाबा देरी क्या सोच विचार मे,
बस मोहर लगा दो अपनी खड़ा इंतजार में….
Maine Arji Likh Di Baba Tere Darbar Mein Lyrics
Maine Arji Likh Di Baba Tere Darbar Mein
Bas Mohar Laga Do Apani Khada Intajar Mein
Maine Arji Likh Di Baba Tere Darbar Mein
Bas Mohar Laga Do Apani Khada Intajar Mein
Is Arji Mein Likha Hai Tu Dhyaan Se Padh Le,
Tu Dhyan Se Padh Le
Kuchh Chhut Na Jaaye Baba Mera Maan Tu Rakh Le,
Mera Maan Tu Rakh Le,
Mat Karna Baba Deri Kya Soch Vichaar Mein,
Bas Mohar Laga Do Apni Khada Intajaar Mein….
Mere Raste Mein Saawariya, Kaante Hi Kaante Pade,
Kaante Hi Kaante Pade,
Jab Ye Pairo Mein Chubhate Mere Aansu Nikal Pade,
Mere Aansu Nikal Pade,
Phir Dil Se Aah Nikalati Kya Kami Hai Pyaar Mein,
Bas Mohar Laga Do Apani Khada Intajaar Mein….
Mat Karna Baba Deri Kya Soch Vichaar Mein,
Bas Mohar Laga Do Apani Khada Intajaar Mein….
“मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में” साईं बाबा के भक्तों के बीच बेहद लोकप्रिय भक्ति भजन है। यह भजन एक भक्त की भावनाओं, श्रद्धा, और पूर्ण समर्पण को दर्शाता है। साईं बाबा, जिन्हें शिरडी वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता है, भारत में लाखों लोगों के आराध्य देवता हैं। वे अपने उपदेशों में प्रेम, दया, और समानता का संदेश देते थे। यह भजन उनकी इन्हीं शिक्षाओं और उनके प्रति अटूट विश्वास का प्रतिबिंब है।
इस भजन की शुरुआत में भक्त अपनी समस्या या इच्छाओं को “अर्जी” के रूप में बाबा के दरबार में प्रस्तुत करता है। वह यह विश्वास व्यक्त करता है कि बाबा उनकी समस्याओं को हल करेंगे और उनकी बिगड़ी किस्मत को संवार देंगे। भजन के बोल सरल लेकिन गहरे अर्थों से भरपूर हैं, जैसे “मेरा सहारा तेरा नाम है, तू ही तो हर काम है,” जो बाबा के प्रति भक्त के पूर्ण समर्पण को प्रकट करते हैं। यह पंक्ति यह भी दर्शाती है कि जब जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, तो भक्त बाबा के नाम का सहारा लेकर अपने मन को शांति और सकारात्मकता से भरते हैं।
साईं बाबा के जीवन की खासियत यह थी कि वे जाति, धर्म, और सामाजिक भेदभाव से परे सभी के लिए एक जैसे थे। “सबका मालिक एक” उनका प्रमुख संदेश था, और यही भावना इस भजन में भी परिलक्षित होती है। भजन यह सिखाता है कि साईं बाबा का दरबार सबके लिए खुला है, चाहे वह किसी भी धर्म, वर्ग, या समाज का क्यों न हो।
इस भजन की धुन और संगीत भी इसे विशेष बनाते हैं। पारंपरिक वाद्य यंत्रों का प्रयोग, जैसे हारमोनियम और ढोलक, इसे और भी मधुर और भक्तिमय बनाते हैं। इसे सुनते ही एक आध्यात्मिक माहौल बनता है, जो मन को शांत करता है और आत्मा को ऊर्जावान बनाता है। यह भजन न केवल मंदिरों और धार्मिक आयोजनों में, बल्कि घरों में भी व्यक्तिगत पूजा के दौरान गाया जाता है।
एक दिलचस्प तथ्य यह है कि यह भजन अक्सर साईं बाबा के चमत्कारों की कहानियों के संदर्भ में गाया जाता है। भक्त मानते हैं कि जब भी वे यह भजन सच्चे मन से गाते हैं, बाबा उनकी अर्जियाँ सुनते हैं। यह विश्वास उन्हें हर परिस्थिति में सकारात्मक रहने और अपने जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रेरित करता है।
“मैंने अर्जी लिख दी बाबा तेरे दरबार में” केवल एक भजन नहीं है, बल्कि यह भक्तों के लिए बाबा के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को व्यक्त करने का माध्यम है। यह भजन यह सिखाता है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न आएं, साईं बाबा का आशीर्वाद हमेशा उनके भक्तों के साथ है। जब आप इस भजन को सुनते या गाते हैं, तो इसका हर शब्द आपको बाबा की उपस्थिति और उनकी कृपा का अनुभव कराता है। यह भजन न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि जीवन के प्रति आशा और सकारात्मकता का संदेश भी देता है।
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